अब आधार सत्यापन के लिए OTP या चेहरा मिलान की जरूरत नहीं:-भारत सरकार आधार सत्यापन से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रही है। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने ऑनलाइन आधार सत्यापन को और आसान, सुरक्षित और तेज बनाने के लिए नए नियमों और एक नई प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है। अब कई सेवाओं में OTP, फिंगरप्रिंट या फेस ऑथेंटिकेशन की आवश्यकता समाप्त हो सकती है।
नए नियम लागू होने के बाद लाभार्थियों, कार्यालयों, संगठनों और सेवा प्रदाताओं के लिए आधार सत्यापन की प्रक्रिया पहले से अधिक सरल और सुरक्षित हो जाएगी।
आधार सत्यापन के नए नियम जल्द
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण आधार से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। अब होटल, कार्यक्रम आयोजकों और ऐसी अन्य संस्थाओं को आधार कार्ड की फोटोकॉपी लेकर उसे रखने की अनुमति नहीं होगी।
प्राधिकरण के सीईओ भुवनेश कुमार ने बताया कि
आधार की फोटो लेकर रखना आधार कानून का उल्लंघन है और इससे लोगों की निजी जानकारी के दुरुपयोग का खतरा बढ़ जाता है। इस समस्या को रोकने के लिए प्राधिकरण जल्द ही नया नियम अधिसूचित करेगा, जिसमें आधार से ऑफलाइन सत्यापन करने वालों का पंजीकरण अनिवार्य किया जाएगा।
नया नियम उन सभी संस्थाओं के लिए अनिवार्य होगा, जो आधार का इस्तेमाल कर ग्राहकों की पहचान की पुष्टि करना चाहती हैं। उनके अनुसार, यह पूरी व्यवस्था डिजिटल व्यक्तिगत डाटा संरक्षण अधिनियम के अनुरूप तैयार की जा रही है, जो अगले 18 महीनों में पूर्ण रूप से लागू हो जाएगी।
क्यूआर कोड, ऐप से सत्यापन होगा
पंजीकरण के बाद उन्हें एक नई तकनीक की सुविधा दी जाएगी, जिसमें किसी की पहचान को सिर्फ क्यूआर कोड स्कैन करके या प्राधिकरण के नए आधार ऐप से जोड़कर आसानी से सत्यापित किया जा सकेगा। इससे कागज पर आधार की कॉपी लेने की ज़रूरत पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
रुकावट नहीं आएगी
प्राधिकरण के अनुसार, अक्सर होटल, इवेंट ऑर्गनाइज़र और अन्य सेवा प्रदाताओं को ऑनलाइन आधार सत्यापन में दिक्कत होती है, क्योंकि कभी-कभी सर्वर डाउन होने से प्रक्रिया रुक जाती है। नई व्यवस्था में ऐसी बाधाएं नहीं आएंगी, क्योंकि उन्हें एक विशेष डिजिटल लिंक दिया जाएगा, जिसके जरिए वे अपने सिस्टम में ही आधार सत्यापन कर सकेंगे।
ऐप का परीक्षण
प्राधिकरण एक नए मोबाइल ऐप का भी परीक्षण कर रहा है, जिसमें ऐप-टू-ऐप आधार सत्यापन संभव होगा। इस तकनीक में हर बार केंद्रीय आधार डेटाबेस से जुड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह ऐप एयरपोर्ट से लेकर उन दुकानों तक उपयोगी होगी, जहां उम्र की पुष्टि जरूरी होती है।
एक ऐप में कई सदस्य जोड़ सकेंगे
नए ऐप से लोग अपने पते के दस्तावेज़ भी डिजिटल रूप से अपडेट कर सकेंगे और एक ही ऐप में ऐसे परिवार के सदस्यों को भी जोड़ सकेंगे, जिनके पास मोबाइल फोन नहीं है। प्राधिकरण को उम्मीद है कि यह कदम आधार के सुरक्षित और आसान उपयोग को और मजबूत करेगा।
नए नियमों में सबसे बड़ा बदलाव – OTP और Face Match आवश्यक नहीं
UIDAI अब एक ऐसी तकनीक को लागू करने की तैयारी में है, जिसमें:-
- आधार नंबर दर्ज करते ही
- सिस्टम खुद से आधार डेटा को सुरक्षित तरीके से match करेगा
- किसी OTP, बायोमेट्रिक या फेस वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं होगी
इससे आधार वेरिफिकेशन प्रक्रिया तुरंत पूरी हो जाएगी और उपयोगकर्ता को किसी अतिरिक्त स्टेप से नहीं गुजरना पड़ेगा।
क्यों किया जा रहा है बदलाव?
UIDAI के सीईओ शेषाद्रि कुमार के अनुसार:-
- आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेकर स्टोर करना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित होगा।
- इससे आधार डेटा के दुरुपयोग की संभावना खत्म होगी।
- फर्जीवाड़ा रोकने और पहचान की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई प्रक्रिया लागू की जा रही है।
अर्थात—अब आधार कार्ड की फोटो कॉपी माँगने वाली संस्थाएँ ऐसा नहीं कर सकेंगी।
सभी सेवाओं में आधार वेरिफिकेशन जारी रहेगा
OTP या फेस मैच हटाने के बावजूद, आधार वेरिफिकेशन रुकेगा नहीं।
- बैंक
- होटल
- कार्यालय
- इवेंट ऑर्गेनाइज़र
- सरकारी सेवाएँ
सभी आधार नंबर का डिजिटल तरीके से त्वरित वेरिफिकेशन कर सकेंगे।
सर्वर डाउन या नेटवर्क समस्या की स्थिति में भी यह प्रक्रिया बाधित नहीं होगी।
नया मोबाइल ऐप – UIDAI कर रहा परीक्षण
UIDAI आधार सत्यापन के लिए एक नया मोबाइल ऐप टेस्ट कर रहा है। इस ऐप से:-
- बिना OTP
- बिना फेस स्कैन
- सिर्फ आधार नंबर से
- सत्यापन पूरा होगा।
ऐप का UI भी सरल होगा ताकि आम लोग और प्रदाता दोनों इसे आसानी से उपयोग कर सकें।
एक ऐप में कई परिवार सदस्य जोड़ सकेंगे
नए सिस्टम में एक बड़ा फायदा यह है कि:
- एक ही मोबाइल ऐप में
- पूरे परिवार के कई Aadhaar Numbers लिंक किए जा सकेंगे
यह सुविधा खासकर उन परिवारों के लिए उपयोगी है जो:-
- सरकारी योजनाओं में आवेदन करते हैं
- स्कूल/कॉलेज एडमिशन
- बीमा
- बैंकिंग कार्य
जैसी सेवाओं में बार-बार वेरिफिकेशन कराते हैं।
QR कोड सत्यापन होगा नया विकल्प
UIDAI ने यह स्पष्ट किया है कि भविष्य में Aadhaar Secure QR Code सबसे बड़ा सत्यापन टूल बनेगा।
QR कोड से वेरिफिकेशन:
- तेज
- सुरक्षित
- ऑफलाइन भी संभव
- हो जाएगा।
डिजिटल डेटा सुरक्षा और आसान सेवा
नया सिस्टम लागू होने के बाद:
- आधार धारक की गोपनीयता मजबूत होगी
- आधार डेटा किसी के साथ साझा करने की आवश्यकता कम होगी
- फर्जी आधार कार्ड और गलत उपयोग पर रोक लगेगी
- लाभार्थियों को सेवा पाने में समय नहीं लगेगा
निष्कर्ष
UIDAI के इन नए नियमों से आधार सत्यापन प्रक्रिया पूरी तरह बदल जाएगी।
अब आम लोगों को OTP, फेस मैच या थंब वेरिफिकेशन जैसी जटिलताओं से छुटकारा मिलेगा और पहचान सत्यापन और भी सरल, तेज़ और सुरक्षित हो जाएगा।
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