अब जिरो बायलेंस खाते में मिलेगी ये ये सुविधाएं- किसी तरह का कोई पैसा नहीं कटेगा:-भारत में करोड़ों लोगों के पास Zero Balance Account यानी BSBDA (Basic Savings Bank Deposit Account) है। ऐसे खाते खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाए जाते हैं जो बैंकिंग सुविधाओं से दूर रहते हैं या जिनके लिए न्यूनतम बैलेंस रखना मुश्किल होता है। अब RBI ने इन खातों को लेकर एक नया बड़ा अपडेट जारी किया है, जिसके मुताबिक Zero Balance खाते में कई महत्वपूर्ण सेवाएँ पूरी तरह मुफ्त दी जाएंगी।
इसका मतलब है कि अब इन खातों में न कोई मेंटनेंस चार्ज, न ATM कार्ड चार्ज, न चेकबुक चार्ज और न ही ऑनलाइन बैंकिंग पर कोई शुल्क काटा जाएगा। यह बदलाव 2025 से लागू होगा और सभी बैंकों पर लागू रहेगा।
सुविधा : बुनियादी खाते में कई सेवाएं पूरी तरह मुफ्त मिलेंगी
आरबीआई ने जीरो बैलेंस वाले बुनियादी बचत खाते के लिए मुफ्त सुविधाओं का दायरा बढ़ा दिया है। इसके तहत अब एटीएम कार्ड पर कोई वार्षिक शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसे जारी करने और नवीनीकरण पर भी शुल्क नहीं लगेगा। साथ ही इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा भी मुफ्त मिलेगी।
आरबीआई ने हाल ही में इससे जुड़े कुल सात संशोधन निर्देश जारी किए हैं, जो सभी व्यावसायिक बैंकों, स्मॉल फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, शहरी और ग्रामीण सहकारी बैंकों पर लागू होंगे। आरबीआई का उद्देश्य बुनियादी बचत खातों की पहुंच को सभी तबकों तक पहुंचना है और ग्राहकों को बेहतर बैंकिंग सेवा प्रदान करना है।
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बदलाव का निर्णय 1 अक्टूबर 2025 को लिया था और नियमों का मसौदा जारी किया था। इन पर जनता और विभिन्न हितधारकों से मिले सुझावों की समीक्षा के बाद नए नियम जारी किए गए हैं।
इसलिए आए नए नियम
कई बैंकों में बुनियादी बचत खाता खोलने में परेशानी होने, सुविधाओं की सीमा तय करने, अतिरिक्त शुल्क लगाने या डिजिटल सेवाओं को सीमित करने की शिकायतें आरबीआई तक पहुंच रही थीं। ग्राहक संगठनों ने इन प्रतिबंधों को नियमों के खिलाफ बताया था।
शर्तें नहीं जोड़ सकेंगे बैंक
नए निर्देशों के अनुसार, बुनियादी खाते में सभी सुविधाएं ग्राहक की मांग पर उपलब्ध होंगी। यानी ग्राहक तभी यह सुविधाएं लेगा जब वह खुद चाहेगा। बैंक उसे मजबूर नहीं कर सकते। खाते को चलाने के लिए न्यूनतम जमा या अन्य शर्तें भी लागू नहीं होंगी।
पुराने ग्राहकों पर असर
- जिन ग्राहकों के पास पहले से बुनियादी बचत खाता है, उन्हें नई सुविधाएं पाने के लिए बैंक से अनुरोध करना होगा।
- बुनियादी बचत खुलवाने के लिए ग्राहक का किसी और बैंक में यह खाता नहीं होना चाहिए।
- अगर किसी के पास सामान्य बचत खाता है तो वह इसे बुनियादी खाते में बदलवा सकता है। इसके लिए बैंक से अनुरोध करना होगा।
- सामान्य बचत खाते को बुनियादी में तब्दील करने की प्रक्रिया बैंकों को सात दिन में पूरी करनी होगी।
ये सुविधाएं मुफ्त मिलेंगी
- एटीएम या डेबिट कार्ड पर कोई सालाना शुल्क नहीं वसूला जाएगा।
- साल में कम से कम 25 पन्नों की चेकबुक बिल्कुल मुफ्त मिलेगी।
- इंटरनेट-मोबाइल बैंकिंग और पासबुक/स्टेटमेंट मुफ्त होंगे
- ग्राहक हर महीने चार बार एटीएम से मुफ्त नकद निकासी कर सकेंगे।
- डिजिटल लेनदेन चार मुफ्त निकासी की सीमा में नहीं गिने जाएंगे।
- महीने में कितनी भी बार पैसा जमा करने पर कोई रोक नहीं होगी।
बैंकों के कई सुझाव खारिज
- बैंकों ने सुझाव दिया था कि बुनियादी बचत खाता खोलने के लिए ग्राहकों की आय या प्रोफाइल के आधार पर शर्तें हों, जिसे आरबीआई ने खारिज कर दिया।
- इंटरनेट मोबाइल बैंकिंग पर रोक लगाने का सुझाव मंजूर नहीं हुआ।
किसे सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा?
- छात्रों को
- ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों को
- मजदूर, किसान और छोटे व्यापारियों को
- जनधन खाता धारकों को
- बुजुर्ग नागरिकों को
Zero Balance Account क्यों रखें?
- बैंक चार्ज कभी नहीं कटेगा
- डिजिटल पेमेंट का आसान तरीका
- सरकारी सब्सिडी/DBT सीधे खाते में
- पैसे सुरक्षित रहते हैं
- पहचान पत्र और KYC डॉक्यूमेंट बनवाने में मदद मिलती है
निष्कर्ष
RBI के नए नियम से Zero Balance Account रखने वाले लाखों ग्राहकों को राहत मिलेगी।
अब बुनियादी बैंकिंग सेवाएँ—
ATM, चेकबुक, मोबाइल बैंकिंग, नकद निकासी, स्टेटमेंट, SMS अलर्ट—सब कुछ FREE
यह कदम भारत में वित्तीय समावेशन को मजबूत करेगा और आम आदमी को महंगे बैंक चार्ज से बचाएगा।
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