आपका फोन आपकी वीडियो फोटो तो नहीं चुरा रहा है- ऐसे पकड़े अपने फोन की जासूसी

By: arcarrierpoint

On: Sunday, December 7, 2025 4:24 PM

आपका फोन आपकी वीडियो फोटो तो नहीं चुरा रहा है- ऐसे पकड़े अपने फोन की जासूसी
Google News
Follow Us

आपका फोन आपकी वीडियो फोटो तो नहीं चुरा रहा है- ऐसे पकड़े अपने फोन की जासूसी:-आज स्मार्टफोन हमारी ज़िंदगी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। हम बैंकिंग, बातचीत, फोटो, वीडियो, सोशल मीडिया—सब कुछ फोन के जरिए करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके फोन में मौजूद कुछ ऐप्स बिना आपकी जानकारी के आपकी जासूसी कर सकते हैं?

यह खतरा तब बढ़ जाता है जब ऐप्स अनावश्यक परमिशन मांगते हैं या बैकग्राउंड में चालू रहते हैं। इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे कि कौन से संकेत बताते हैं कि कोई ऐप आपको ट्रैक कर रहा है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

‘संचार साथी’ ऐप प्री-इंस्टॉल करने की अनिवार्यता के नियम को सरकार ने वापस ले लिया। हालांकि हमारे मोबाइलों में मौजूद कई ऐप्स हम पर नजर रख सकते हैं। ऐसे में इस खतरे को जानना जरूरी है…

भारत सरकार ने हाल ही में फोन निर्माताओं के लिए हर नए फोन में ‘संचार साथी’ ऐप प्री-इंस्टॉल करना अनिवार्य बना दिया था। विरोध के बाद अंततः दूरसंचार विभाग को यह नियम बापस लेना पड़ा। लेकिन इससे यह फायदा जरूर हुआ कि आम लोगों में इसको लेकर जागरुकता पैदा हो गई है कि हमारे फोन में मौजूद कौन-सी ऐप्स हमें ट्रैक कर सकती हैं और इससे बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए।

अगर हम किसी प्रोडक्ट के बारे में बात भी करने लगे तो गूगल, इंस्टाग्राम या फेसबुक पर उससे जुड़े विज्ञापन दिखने लगते हैं। तो आज हम बता रहे हैं कि क्या ऐसा वास्तव में संभव है? ऐप्स ऐसा कैसे करते हैं और अपनी डेटा सुरक्षा के लिए हम क्या कर सकते हैं।

किसी भी ऐप में जासूसी की संभावनाओं को पहचानने के शुरुआती तरीकों में से एक है उसके पास मौजूद परमिशनों की संख्या। अधिकांश एंड्रॉइड ऐप्स जरूरत से ज्यादा परमिशन मांगते हैं, जैसे आपकी लोकेशन देखना, आपके फोन का मेक एवं मॉडल पहचानना, नेटवर्क स्टेटस देखना और यहां तक कि आपके कैलेंडर और क्लॉक तक पहुंच होना। साइबरन्यूज की 2024 की एक स्टडी के अनुसार माय जियो में 29, वाट्स्ग्रेप में 26, टूकॉलर में 24 और फेसबुक में 22 तक परमिशन मोगी गई, जबकि एक्स 13 और यूट्यूब 12 केवल परमिशन मांगते हैं।

हालांकि केवल इन परमिशनों के आधार पर ही कोई यह नहीं कह सकता कि अमुक ऐप आपका डेटा चुरा सकता है या आपकी जासूसी कर सकता है, लेकिन ये परमिशन डेवलपर्स को ऐसा करने की क्षमता अवश्य दे देती हैं।

अगर आपको लगता है कि आपके स्मार्टफोन के जरिए कोई आप पर नजर रख रहा है, तो इन संकेतों पर ध्यान दीजिए। इससे आप वक्त पर सतर्क रहकर कार्रवाई कर सकते हैं:-

स्पाइवेयर या कोई भी छिपा हुआ मैलवेयर बैकग्राउंड में लगातार चलता रहता है। इससे आपका फोन तब भी प्रोसेसर, रैम और बैटरी उपयोग करता रहता है, जब वह आपकी जेब या मेज पर पड़ा हो। नतीजतन, फोन हैंग होने लगता है, स्लो चलने लगता है, बिना उपयोग किए भी गर्म हो सकता है या बैटरी असामान्य रूप से जल्दी खत्म हो सकती है। हालांकि यह सिर्फ अनुमान है, असली कारण जानने के लिए कुछ और कदम उठाने पड़ते हैं।

एंड्रॉयड और आईफोन दोनों में कैमरा/माइक्रोफोन के उपयोग पर फोन के किनारों में रंगीन आइकॉन या कलरफुल डॉट्स नजर आते हैं। कैमरा ऐप, इंस्टाग्राम आदि यूज करते समय ये सामान्य है। लेकिन यदि ये अचानक दिखाई दें तो संभव है कोई ऐप चुपचाप आवाज रिकॉर्ड कर रहा हो या तस्बीर वीडियो ले रहा हो।

यदि आपके फोन की टचस्क्रीन खराब नहीं है, लेकिन इसके बावजूद वह अपने आप काम करने लगे, फोन खुद टैप होता दिखे या आपकी टच कमांड पर देर से प्रतिक्रिया मिले तो यह संकेत हो सकता है कि कोई स्पाइवेयर फोन को रिमोटली नियंत्रित कर रहा है और यह संदिग्ध गतिविधि का संकेत है।

यदि आपका मोबाइल फोन मोबाइल डेटा या वाई-फाई का बहुत ज्यादा उपयोग कर रहा हो तो हो सकता है कोई ऐप आपके फोन से जानकारी किसी दूरस्थ सर्वर पर भेज रहा हो।

हालांकि अनेक ऐप्स की आप डेटा तक पहुंच हो सकती लेकिन कुछ ऐप तो खास तौर डेटा चुराने या आपकी जासून करने के लिए बनाए जाते हैं। ऐप्स को ‘स्पाइवेयर’ कहा जा है और इनका इस्तेमाल अक्स धोखाधड़ी, पहचान चुराने या हाइ प्रोफाइल जासूसी के लिए कि जाता है।

एक रेगुलर या स्टैंडर्ड और स्पाइवेयर के बीच बुनिया अंतर इस तरह होते हैं:-

  • स्टैंडर्ड ऐप:- यह स्पष्ट रूप परमिशन मांगता है, जैसे ‘Allo Maps to access location आपको पता रहता है कि ऐप क मांग रहा है और क्यों।
  • स्पाइवेयरः- ऐसा ऐप चुपके या धोखे से डेटा एक्सेस कर है। कई बार तो बिना पूछे या फेन पॉप-अप के जरिए अनुमति लेता है।
  • स्टैंडर्ड ऐप:- इसका आइकॉन ड्रॉवर में साफ दिखता है। इस यूजर को पता रहता है कि यह फमें मौजूद है।
  • स्पाईवेयर:- यह खुद को छि लेता है। या तो आइकॉन हटा दे है या खुद को ‘System Update या ‘Wi-Fi Service’ जैसे न से सिस्टम ऐप जैसा दिखाता है।

अगर आपके फोन की बैटरी बहुत तेजी से खत्म हो रही है तो आप अपने फोन की Settings # Battery में जाएं और देखें कि कौन-से ऐस सबसे ज्यादा बैटरी खा रहे हैं। अगर आपको कोई ऐप संदिग्ध लगे तो उसे हटा दें। जरूरी ऐप हो तो उसे फिर से इंस्टॉल कर सकते हैं। बस पहले जरूरी डेटा का बैकअप ले लें।

अगर आपको लगे कि फोन के कैमरे अथवा माइक्रोफोन का बार-बार या सामान्य से ज्यादा उपयोग हो रहा है तो इन्हें आप Settings या Quick Settings (नोटिफिकेशन बार से नीचे स्वाइप करने पर) से आसानी से बंद कर सकते हैं। यह विकल्प एंड्रॉइड और iOS दोनों पर मौजूद रहता है और तुरंत काम करता है।

अनजान स्रोतों से ऐप डाउनलोड न करें। APK फाइलों में वायरस या ऐसा कोड हो सकता है जो फोन को हैक कर ले या उस पर पूरा नियंत्रण पा ले। हमेशा गूगल प्ले स्टोर या एपल ऐप स्टोर से ही ऐप इंस्टॉल करें। एंड्राइड में Google Play Protect लगातार आपका फोन स्कैन करता है। इसे कभी बंद न करें, खासकर जब कोई ऐप इसे बंद करने को कहे।

Accessibility परमिशन वाले ऐप्स को फोन पर अधिक नियंत्रण मिल जाता है। यथासंभव इन्हें अनुमति न दें। ज्यादातर ऐप्स को जरूरत भी नहीं होती। एंड्रॉइड में देखें कि कोई ऐप Admin Access तो नहीं लिए बैठा है। Settings > Security & privacy > Device admin apps पर जाकर आप किसी भी ऐप का एडमिन एक्सेस हटा सकते हैं।

निष्कर्ष

आज के डिजिटल युग में फोन की सुरक्षा वैसी ही महत्वपूर्ण है जैसे घर की।
थोड़ी सावधानी, सही सेटिंग और ऐप पर नज़र रखकर आप डेटा चोरी और ट्रैकिंग से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।

यदि आपको लगता है कि आपके फोन में कोई संदिग्ध ऐप है, तो उसे तुरंत हटाएं और फोन की सुरक्षा सेटिंग्स को अपडेट रखें।

ARATTAI CHANNELCLICK HERE
WHATSAPP CHANNELCLICK HERE
TELEGRAM CHANNELJOIN
YOU TUBE CHANNELSUBSCRIBE

BSEB Update

Scholarship

Latest Jobs

, , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , , ,
For Feedback - feedback@example.com

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment

कन्या राशि के लिए कैसा रहेगा 2026 – देखिए मिथुन राशि के लिए कैसा रहेगा 2026- जानिए सर्दियों में मुंह ढककर सोने के नुकसान बच्चों को मोबाइल फोन से रखें दुर- वरना हो सकता है