बिहार में इस दिन आएगा मानसून | आपके यहाँ इस दिन से होगा भयंकर बारिश
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बिहार में इस दिन आएगा मानसून | आपके यहाँ इस दिन से होगा भयंकर बारिश

बिहार में इस दिन आएगा मानसून | आपके यहाँ इस दिन से होगा भयंकर बारिश:-पटना में मंगलवार की सुबह कई इलाकों में प्री मानसून की हल्की बारिश के साथ तेज हवा चली। इससे सुबह का मौसम सुहावना हो गया। हालांकि जैसे-जैसे दिन चढ़ा धूप निकली और इससे उमस वाली गर्मी रही।

अब हवा की दिशा, कम दबाव का क्षेत्र और हवा में नमी तय करेगा कि बिहार में कब मानसून पहुंचेगा। लेकिन मौसम विभाग मानसून को लेकर 10-11 जून की तैयारियों में जुट गया है। यानी बिहार में मानसून का प्रवेश रिकार्ड तोड़ेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार जून में प्री मानसून और मानसून आने के बाद सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग ने अपने मानसून पूर्वानुमान में सुधार किया है, अब इस बार के मानसून सीजन में देशभर में बारिश के दीर्घावधि औसत 87 सेमी की तुलना में 92.2 सेमी यानी 106% बारिश होगी। इसमें 4 फीसदी कम या ज्यादा की गुंजाइश है यानी निचले स्तर पर भी कम से कम 102 फीसदी बारिश होगी।

अप्रैल में मौसम विभाग ने 5% गलती की गुंजाइश के साथ 105% बारिश की भविष्यवाणी की थी। मानसून के दौरान जिन राज्य और इलाकों में असामान्य बारिश हो सकती है, उनमें उत्तराखंड, पश्चिमी राजस्थान, मप्र, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तरी कर्नाटक, दक्षिणी ओडिशा व दक्षिणी छत्तीसगढ़ शामिल हैं। जहां सामान्य से बहुत कम बारिश होगी, उनमें समूचा पूर्वोत्तर, जम्मू-कश्मीर व लद्दाख शामिल है।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन ने कहा कि मानसून की तय तिथि से एक हफ्ता पहले आने के बाद लगातार हो रही भारी बारिश मानसूनी बारिश में काउंट नहीं होगी…

  • मानसून की बारिश में केवल एक जून से 30 सितंबर के दौरान हुई बारिश की गणना ही होगी।
  • इसलिए मानसून की दस्तक देने के बावजूद एक जून से पहले हो रही बारिश बोनस बारिश है।
  • जून में हीटवेव सामान्य से कम होने के आसार हैं।

आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा, मानसून ने केरल में धमाकेदार एंट्री ली और बहुत तेज से गति से आगे बढ़ते हुए तीन दिन में ही 40% से ज्यादा हिस्से को कवर कर लिया है। इसका यह मतलब कतई नहीं है कि ये इसी गति से बढ़ता जाएगा और अगले 10 दिन में पूरा देश कवर लेगा।

उत्तर बिहार के जिलों में 30 और 31 मई को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग, पूसा के नोडल पदाधिकारी डॉ. ए. सत्तार ने बताया कि इस दौरान तेज हवा और कुछ जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है।

अधिकतम तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। पुरवा हवा की गति 18 से 25 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है। सुबह सापेक्ष आर्द्रता 85 से 90 प्रतिशत और दोपहर में 25 से 35 प्रतिशत तक रह सकती है। मौसम को देखते हुए किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मक्का की कटाई, दौनी और दानों को सुखाने का काम सावधानी से करें। मूंग की तैयार फसल की तुड़ाई समय पर पूरी करें। अगात मूंग और उरद की फलियों की तुड़ाई जल्द करें, ताकि दानों की गुणवत्ता बनी रहे। पछेती मूंग और उरद की फसल में पीला मोजैक रोग पर नजर रखें।

यह रोग सफेद मक्खी से फैलता है। पत्तियों पर पीले धब्बे दिखते हैं, जो बाद में पूरी पत्तियों और फलियों को पीला कर देते हैं। इससे उत्पादन घट सकता है। रोगग्नस्त पौधों को तुरंत उखाड़कर नष्ट करें। कीट नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल की 0.3 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। काम तभी करें जब मौसम साफ हो और हवासामान्य हो।

बारिश या तेज हवा में छिड़काव न करें। लीची की फसल को लेकर भी सलाह दी गई है। लीची तोड़ने के बाद, जून के अंत से जुलाई की शुरुआत से पहले बगीचे की जुताई करें। खाद और उर्वरक डालें। प्रति पेड़ 60 से 80 किलो सड़ी गोबर की खाद, 2.5 किलो यूरिया, 1.5 किलो सिंगल सुपर फॉस्फेट, 1.3 किलो म्युरेट ऑफ पोटाश और 50 ग्राम सुहागा मिलाकर मिट्टी में समान रूप से मिलाएं।

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