10 हजार लेने वाली महिलाओं को ऐसे मिलेगा – 2 लाख की सहायता राशि

By: arcarrierpoint

On: Friday, December 5, 2025 7:55 PM

10 हजार लेने वाली महिलाओं को ऐसे मिलेगा - 2 लाख की सहायता राशि
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10 हजार लेने वाली महिलाओं को ऐसे मिलेगा – 2 लाख की सहायता राशि:-बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही महिला रोजगार योजना के तहत पहले से ही लाखों महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। अब सरकार का अगला कदम है इन महिलाओं को रोजगार ट्रेनिंग, काउंसिलिंग और आगे चलकर 2 लाख रुपये तक की सहायता राशि उपलब्ध कराना, ताकि वे अपना स्थायी रोजगार शुरू कर सकें।

नए अपडेट के अनुसार, सरकार अब जीविका मित्र के माध्यम से लगातार मॉनिटरिंग कर रही है कि कितनी महिलाओं ने काम शुरू किया, कितनी शुरू करने की तैयारी में हैं और किन्हें ट्रेनिंग की जरूरत है।

यह आर्टिकल आपको पूरी प्रक्रिया समझाएगा कि 10 हजार लेने वाली महिलाओं को आगे 2 लाख रुपये की सहायता कैसे मिलेगी।

महिला रोजगार योजना के तहत अबतक पटना जिले में 6,26,937 महिलाओं को 10-10 हजार रुपए मिले हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्र की 5,93,321 और शहरी क्षेत्र की 33,616 महिलाएं हैं। इनमें कितनी महिलाओं ने रोजगार शुरू किया है, इसकी मॉनिटरिंग सरकार ने जीविका मित्र के माध्यम से शुरू कर दी है। कितनी महिलाओं ने रोजगार शुरू किया है और कितनी शुरू करने की तैयारी कर रही है, इसकी विस्तृत जानकारी पोर्टल पर अपलोड होगी। इसकी जिम्मेवारी जीविका मित्र को मिलेगी। जीविका द्वारा 10-10 हजार रुपए लेने वाली महिलाओं का डाटा एकत्रित किया जाएगा।

इसके लिए जीविका द्वारा पोर्टल बनाया जा रहा है। इस पोर्टल का ट्रायल अगले सप्ताह होगा। ट्रायल सफल होने के बाद इसका एक्सेस जीविका मित्र को दिया जाएगा, जो महिलाओं की जानकारी को अपलोड करेंगी। ऐसी महिलाएं जो रोजगार करने को इच्छुक हैं, लेकिन समझ में नहीं आ रहा है, उनकी काउंसिलिंग की जाएगी। संबंधित रोजगार की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिन महिलाओं ने रोजगार शुरू कर दिया है, उनके काम का जीविका मित्र सहित अन्य कर्मियों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। उनकी अनुशंसा पर ही अधिकतम 2 लाख तक की राशि मिलेगी।

महिला रोजगार योजना: कितनी महिलाओं को मिला 10 हजार रुपये?

सरकारी आंकड़ों के अनुसार:

  • पटना जिले में अब तक 6,26,937 महिलाओं को यह राशि दी गई
  • इसमें से
    • ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ – 5,93,321
    • शहरी क्षेत्र की महिलाएँ – 33,616

सरकार अब यह पता कर रही है कि इनमें से कितनी महिलाओं ने काम शुरू कर दिया है और कितनी काम करने की इच्छा रखती हैं।

जीविका मित्र करेंगे मॉनिटरिंग – क्या है नई प्रक्रिया?

बड़ी घोषणा यह है कि अब पूरी मॉनिटरिंग जीविका मित्र द्वारा की जाएगी:

सरकार ने एक नया पोर्टल बनाने का निर्देश दिया है, जहाँ जीविका मित्र निम्न डेटा अपलोड करेंगे:

  • किन महिलाओं ने रोजगार शुरू कर दिया
  • किन महिलाओं ने शुरू करने की तैयारी शुरू की
  • किन्हें ट्रेनिंग की जरूरत है

ट्रायल सफल होने के बाद पोर्टल का एक्सेस जीविका मित्र को दे दिया जाएगा।

सरकार का लक्ष्य ग्रामीण और शहरी गरीब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। पहले कई राज्यों में महिलाओं को 10,000 रुपये की प्रारंभिक आर्थिक सहायता दी जा रही थी। अब इसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने महिलाओं को 2 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता/लोन/ग्रांट उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

इस राशि का उपयोग महिलाएँ—

  • छोटा व्यवसाय शुरू करने
  • पशुपालन
  • खेती-बाड़ी
  • दुकान खोलने
  • मनरेगा व SHG से संबंधित कार्यों को बढ़ाने
    के लिए कर सकती हैं।

यह लाभ मुख्य रूप से उन महिलाओं को मिलेगा जो—

SHG में काम करने वाली महिलाओं को पहले 10,000 रुपये की सहायता मिलती है। इनमें से योग्य महिलाओं को अब 2 लाख रुपये तक का बिना गारंटी लोन या सहायता राशि दी जाएगी।

गरीबी रेखा में नाम होने पर महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

यदि कोई महिला व्यवसाय शुरू करना चाहती है या पहले से चल रहे काम को बढ़ाना चाहती है, तो उसे यह राशि मिल सकती है।

गाँव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजना विशेष रूप से लाभकारी है।

योजना के तहत तीन चरणों में राशि प्रदान की जाएगी—

चरणराशिउद्देश्य
पहला चरण₹10,000प्रारंभिक सहायता / कार्य शुरू करने हेतु
दूसरा चरण₹50,000–₹1,00,000व्यवसाय का विस्तार
तीसरा चरण₹2,00,000 तकपूर्ण आर्थिक सहायता / सस्टेनेबल आजीविका

सबसे पहले महिला को अपने गाँव/वार्ड में सक्रिय स्वयं सहायता समूह में शामिल होना होगा।

समूह से जुड़ी महिलाओं का बैंक खाता, आधार, मोबाइल नंबर लिंक होना आवश्यक है।
इसके बाद बैंक उनके लेनदेन और समूह की एक्टिविटी के आधार पर 2 लाख रुपये तक का लोन या आर्थिक सहायता प्रदान करेगा।

SHG से संबंधित डेटा सरकारी पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।

स्वीकृत राशि महिला के बैंक खाते में DBT के माध्यम से आएगी।

  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक
  • मोबाइल नंबर
  • राशन कार्ड
  • SHG सदस्यता प्रमाणपत्र
  • आय प्रमाणपत्र
  • निवास प्रमाणपत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना
  • स्वरोज़गार और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना
  • ग्रामीण महिलाओं की आय बढ़ाना
  • गरीबी कम करना
  • महिलाओं को बड़े आर्थिक निर्णय लेने में सक्षम बनाना
  1. अपने नजदीकी जीविका समूह / SHG / पंचायत कार्यालय जाएँ।
  2. फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें।
  3. समूह लीडर और बैंक अधिकारी द्वारा वेरिफिकेशन किया जाएगा।
  4. स्वीकृति के बाद राशि सीधे बैंक खाते में मिलेगी।

कुछ राज्यों में आवेदन संबंधित पोर्टल पर होगा—

  • राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन
  • महिला सशक्तिकरण पोर्टल
  • SHG बैंक लिंकिंग पोर्टल

(आपके राज्य में उपलब्ध लिंक वही मान्य होगा।)

  • महिलाओं को बिना गारंटी 2 लाख तक की राशि
  • ब्याज बहुत कम
  • आसान किश्तों में भुगतान
  • जिसका काम अच्छा चलता है, उसे आगे और बड़ी वित्तीय सहायता भी मिल सकती है।

निष्कर्ष

सरकार की यह नई सहायता योजना महिलाओं के लिए एक बड़ा अवसर है।
पहले सिर्फ 10 हजार रुपये मिलते थे, लेकिन अब महिलाएँ 2 लाख रुपये तक लेकर अपना छोटा व्यवसाय शुरू कर सकती हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकती हैं।

यदि आप या आपके परिवार की कोई महिला SHG से जुड़ी हैं, तो यह योजना आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी।

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