2025 में आपको सफलता मिलेगा की नहीं | आपकी सरकारी नौकरी लगेगा कि नहीं?- यहाँ से देखें
DAILY NEWS

2025 में आपको सफलता मिलेगा की नहीं | आपकी सरकारी नौकरी लगेगा कि नहीं?- यहाँ से देखें

2025 में आपको सफलता मिलेगा की नहीं | आपकी सरकारी नौकरी लगेगा कि नहीं?- ग्लो बलाइजेशन के इस युग में प्रत्येक व्यक्ति अधिकाधिक भौतिक सुविधाएं प्राप्त करना चाहता है. ये सुविधाएं उसके अर्जित किये गये ज्ञान और कौशल पर निर्भर करती हैं. 10वीं कक्षा उतीर्ण करने के बाद जब विषय-चयन का अवसर आता है, उस समय यदि अपनी रुचि, क्षमताओं एवं ग्रहों के बलाबल के अनुसार सही विषय चुनकर अध्ययन किया जाये, तो सफलता मिलने की संभावना अधिक रहती है

किसी जातक के लिए कोई विषय उपयुक्त है अथवा नहीं, इसका निर्धारण उसके हाथ की रेखाएं देखकर तथा उसके जन्मकालीन ग्रहों को देखकर किया जा सकता है. जन्मकुंडली के ग्रहों की स्थिति देखकर ज्ञात किया जा सकता है कि जातक को किस क्षेत्र में जाना चाहिए, अतएव विषय चयन करने से पूर्व या करियर संबंधों अन्य कोई अति माहत्वपूर्ण निर्णय लेने से पूर्व ज्योतिषी से परामर्श कर निर्णय लेने से अप्रत्याशित सफलता प्राप्त होती है

जन्मकुंडली में द्वितीय भाव वाणी एवं ज्ञानोपयोग का, तृतीय भाव रचि एवं पराक्रम का, चतुर्थ भाव एवं नवम भाव शिक्षा का और पंचम भाव उच्च शिक्षा और बुद्धि का कारक होता है. गुरु विद्या का. बुध बुद्धि का एवं मंगल तक क्षमता का परिचायक होता है, उत्तम विद्या-प्राप्ति के लिए जन्मपत्रिका में इन सभी का शुभ एवं बली होना आवश्यक है.

जातक के लिए उपयुक्त विषय का चयन करने से पूर्व दशम भाव और दशमेश की स्थिति पर भी ठीक प्रकार से विचार कर लेना चाहिए, चूंकि शिक्षा का अंतिम लक्ष्य उत्तम करियर का निर्माण ती है, इसलिए यह अवश्य देख लें कि विद्या (चतुर्थ एवं पंचम भाव) का आजीविका (दशम भाव) से संबंध है या नहीं.

इन सभी ग्रह-स्थितियों के साथ- साथ भाग्य एवं तृतीय भाव की स्थिति भी अच्छी होनी आवश्यक है. भाग्येश यदि प्रबल है, तो जातक को शिक्षा-प्राप्ति में आर्थिक बाधाओं या अन्य बाध्धाओं का सामना नहीं करना पड़ेगा तथा परिश्रम के अनुरूप परिणाम भी प्राप्त होगा,

विषय-चयन करते समय कुंडली में महादशा-अंतर्दशा का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए, यदि कुंडली में अच्छी शिक्षा के योग विद्यमान हों, किंतु दशा-अंतर्दशा प्रतिकूल चल रही हो, तो चयनित विषय में अपेक्षित सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है. जैसे ही दशा-अंतर्दशा अनुकूल होती है, वैसे ही जातक को उक्त विषय में अपेक्षित सफलता प्राप्त होने लगती है.

इसी तरह हस्त रेखाओं द्वारा हथेली के रंग, बनावट, ग्रहों का पर्वत, भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा, सूर्य रेखा, मंगल रेखा, बुध का स्थान, चंद्रमा की स्थिति, गुरु की स्थिति, शनि की स्थिति का विचार कर अनुकूल विषय का चयन कर सकते हैं और अच्छे करियर का चयन कर समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति के रूप में सुखी-संकन जौवन व्यतीत कर सकते हैं.

विज्ञान में हथेली की रेखाओं के आधार पर कई रोचक चातें बतायी गयी हैं. कहते हैं कि हाथ की रेखाएं, बनती-बिगड़ती रहती हैं, लेकिन कुछ रेखाएं हमेशा यथावत रहती हैं और भविष्य के चारे में काफी सही संकेत देती हैं. हथेली की लकीरों से यह भी पता लगाया जा सकता है कि आपकी सरकारी नौकरी लगेगी या नहीं.

हस्तरेखा विज्ञान में बताया गया है कि हथेली की लकीरों से यह ज्ञात किया जा सकता है कि व्यक्ति के भाग्य में सरकारी नौकरी के योग हैं या नहीं.
यदि किसी व्यक्ति की हथेली में सूर्य पर्वत उठा हुआ हो और इस पर्वत पर विना किसी रुकावट के सीधी रेखा बन रही हो, ती सरकारी नौकरी के प्रबल योग बनते हैं।

यदि किसी व्यक्ति की हथेली में बुध पर्वत पर त्रिभुज की आकृति बन रही हो, तो ऐसे व्यक्ति को सरकारी नौकरी में उच्च पद मिलता है. यदि किसी जातक को हथेली में भाग्य रेखा से शाखा रेखा निकलती हुई बृहस्पति पर्वत की ओर जा रही हो तो ऐसे व्यक्ति को सरकारी नौकरी मिलने की प्रबल संभावनाएं राहती हैं.

यदि भाग्य रेखा, जीवन रेखा को काट रहा हो और गुरु-शनि पर्वत के बीच से निकलते हो. तो ऐसे जातकों को भी सरकारी नौकरी का बोग होता है.
किसी व्यक्ति की हथेली पर गुरु और सूर्य पर्वत उभरा हुआ होता है, तो उस व्यक्ति में कौशल और निपुणता भरी रहती है. ऐसे व्यक्ति को जीवनकाल के 30 वर्षों के अंदर ग कोई सरकारी नौकरी मिल सकती है.

यदि आप बार-बार कोई प्रतियोगी परीक्षा दे सो हैं अथवा चयन किये गये विषय में पर्याप्त सफलता नहीं मिल पा रही है, तो कुछ निम्नलिखित उपाय करना आपके लिए विशेष लाभदायक रहेंगे.

  • पढ़ा हुआ स्मरण नहीं रहता हो, तो गणेश रूद्राक्ष धारण करें. परीक्षा में सफलता दिलाने में यह उपयोगी है. यह आत्मविश्वास बढ़ा कर मन को एकाग्र बनाता है.
  • पंचमेश का रत्न चारण करना परीक्षाओं में सफलतादायक होता है.
  • प्रत्येक बुधवार को जायें और मूंग के श्रीगणेशजी के मंदिर में के लड्डुओं का भोग लगाएं
  • परिश्रम के अनुरूप परिणाम नहीं आ रहा है अथवा बार-बार प्रयास करने परभी किसी परीक्षा में सफल नहीं हो पा रहे हैं, तो निम्नलिखित मानस मंत्र की एक माला प्रतिदिन जाप करें, निश्चित ही आपको सफलता प्राप्त होगी –
WhatsApp ChannelJOIN
Telegram ChannelJOIN
You Tube ChannelSUBSCRIBE

मैट्रिक इंटर परीक्षा फॉर्म में ज्यादा पैसा लेने वाले स्कूल कॉलेज का यहाँ दर्ज कराएं शिकायत – होगी करवाई

बिहार जमीन सर्वे | जमीन सर्वे के लिए ये ये कागजात जरूरी नही | जल्दी देखें

BSEB UPDATE

BSEB Update

Admit Card

Admission

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *