जिवन में सफलता चाहते हैं तो-जानें कि आपको क्या मोटिवेट करता है…डेनियल एच. पिंक की किताब ‘ड्राइव’ ने पाठकों को बताया था कि मोटिवेशन का जो मतलब वे समझते हैं, वह सच नहीं है। उन्हें पैसा नहीं, उससे बढ़कर कोई और चीज प्रेरित करती है, जिसे जानना, समझना जरूरी है। यह किताब एनवाईटी बेस्टसेलर्स में शामिल है।
दो तरह की टास्क
हमें दी जाने वाली टास्क दो तरह की होती हैं:
1. अल्गोरिदमिक जिसमें के आप एक ही चीज को बार-बार एक तरह से करते चले जाते हैं,
2. यूरिस्टिक, जिसमें आपको हर बार कुछ नया करना होता है, क्योंकि आपके पास फॉलो करने के लिए कोई इंस्ट्रक्शंस नहीं होते। पता करें कि आप किस तरह की टास्क से प्रेरित होते हैं|
अपने लक्ष्य खुद चुनें
लोग अपने लिए जो लक्ष्य निर्धारित करते हैं, वे उनके लिए हेल्दी होते हैं तब वे किसी विशेष क्षेत्र में महारत हासिल करने के लिए भरपूर प्रयास करते हैं। लेकिन दूसरों के द्वारा लादे गए लक्ष्य कई बार नुकसानदेह या खतरनाक भी साबित हो सकते हैं। इसका कारण मनुष्य की तीन मूलभूत मनोवैज्ञानिक जरूरतों में निहित है।
तीन बुनियादी जरूरतें
मनुष्य की तीन मनोवैज्ञानिक जरूरतें होती हैं दक्षता, स्वायत्तता और कनेक्ट होने का भाव शोध बताते हैं कि हाई परफॉर्मेंस का राज रिवॉर्ड एंड पनिशमेंट ड्राइव के बजाय इसमें निहित है कि मनुष्य अपने जीवन की दशा-दिशा खुद ही तय करना चाहते हैं, वे अपनी क्षमताओं का विकास करना चाहते हैं और अपने जीवन में किसी प्रयोजन का अनुभव चाहते हैं।
एक पल में पूरी शिद्दत से होना
जब लोग फ्लो में होते हैं तो वे उस क्षण में इतनी गहनता से जी रहे होते हैं और स्वयं को परिस्थितियों के इतने नियंत्रण में पाते हैं कि समय, स्थान और अपने आपका भी उनका सेंस विलीन हो जाता है। उस समय वे ऑटोनोमस (स्वायत) तो होते ही हैं, लेकिन इससे भी बढ़कर एंगेज्ड (तल्लीन) होते हैं।
ऑटोनोमी, मास्टरी, परपज़
इसी कारण मोटिवेशन के प्रति नई एप्रोच तीन केंद्रीय आयाम बन गए हैं 1. ऑटोनोमी यानी अपने जीवन के सूत्र अपने हाथों में रखना, 2. मास्टरी यानी किसी चीज में बेहतर से बेहतर करते हुए उसमें महारत हासिल करना और . परपज यानी कुछ ऐसा करना जिससे हमें लगे कि हम किसी महान प्रयोजन में अपना योगदान दे रहे हैं।
मास्टर वही जो सिखा सके
दिन के समापन पर खुद से यह पूछना चाहिए कि क्या आप बीते हुए कल की तुलना में आज बेहतर थे? यह कैसे जानेंगे? आपने किसी चीज में महारत हासिल कर ली है या नहीं, इस बारे में जानने का सबसे अच्छा तरीका है उसे दूसरों को सिखाना। अगर आप किसी चीज को अच्छे से टीच कर पाते हैं तो मान लें कि आप उसमें मास्टर हैं।
फ्लो में होने का संतोष
लोगों को अपने जीवन में सर्वाधिक सेटिस्फेक्शन का अनुभव तब होता है, जब वे फ्लो में कुछ कर रहे होते हैं। खेल के दौरान खिलाड़ी अकसर ऑटोटेलिक एक्सपीरियंस का अनुभव करते हैं। ग्रीक में ऑटो शब्द का अर्थ होता है स्वतः और टेलोस शब्द का मतलब होता है। लक्ष्य या प्रयोजन जब हम किसी प्रवाह में अपने लक्ष्य की ओर बढ़े चले जाते हैं। तो गहन संतोष अनुभव करते हैं।
मोटिवेशनल कोट्स जिंदगी में प्रेरणा के लिए
- “इंतेज़ार करने वालो को सिर्फ उतना मिलता है !
- “जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है !!”
- “मेहनत इतनी ख़ामोशी से करो ! कि सफलता शोर मचा दें !!”
- “जितने वाले कुछ अलग चीज़े नहीं करते बस वो चीज़ो को अलग तरीके से करते हैं !!
- “आप तब तक नहीं हार सकतें ! …
- “किसी को हरा देना बहुत ही आसान है !
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