दुश्मन से परेशान हैं?

कमज़ोर शत्रु भी मौका पाकर घातक हो सकता है।

जब शत्रु ताक में हो, तब मौन रहना सबसे बड़ी नीति है।

बुद्धिमान वही जो सही समय पर प्रहार करे।

बल से नहीं, बुद्धि से दुश्मन पर जीत मिलती है।

जो दूसरों की गलतियों से सीखता है, वही सच्चा ज्ञानी है।

चाणक्य नीति सिर्फ दुश्मन को हराने की नहीं, खुद को मजबूत बनाने की सीख देती है।