पटाखा चलाने में सावधानियाँ:-दीपावली, छठ और अन्य शुभ अवसरों पर आतिशबाजी की परम्परा है और ऐसा करना इन समारोहों का अभिन्न अंग है। लेकिन कई मामलों में सुरक्षा संबंधी सावधानियाँ बरते बगैर अंधाधुंध पटाखे चलाने से शुभ अवसर गमगीन अवसर में बदल जाते हैं। कुछ सावधानियाँ और सुरक्षा संबंधी सतर्कता बरतने मात्र से इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। आतिशबाजी करने और आतिशबाजी का सामान पटायें की दुकान चलाते समय नीचे दी गई सुरक्षा संबंधी कुछ सतर्कताएं बरतनी चाहिए|
क्या करें—पटाखा चलाने में सावधानियाँ
- आतिशबाजी के सामान पर लिखे अग्नि सुरक्षा संबंधी अनुदेशों और सावधानियों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- पटाखे चलाते समय हमेशा एक बाल्टी पानी और थोड़ी सी रेत पास में रखें।
- प्रयोग में लायी जा चुकी / बुझ चुकी फुलझड़ियों, रॉकेटों जैसी अतिशबाजी सामग्री को हमेशा ही पानी की बाल्टी या सूखी रेत में डाल दें।
- थोड़ी दूर से और अपने चेहरे को अलग हटाकर पटायें जलायें।
- सहते हुए पटाखों को घर के भीतर आने से रोकने के लिए अपने घर की खिड़कियों और दरवाजों को ठीक से बन्द कर दें।
- केवल मानक तरीके से बनाए गए पटाखे काही उपयोग करे बच्चे जब पटाखे चलायें तब किसी बड़े का वहीं उपस्थित रहना आवश्यक है।
- खुले मैदानों और खुले स्थानों पर पटाखे चलाना सुरक्षित है। घास-फूस से बने घरों और घास-फूल के पैरों के पास रॉकेट, पलावर पॉट्स और अन्य उड़ने वाले पटाखे नहीं छोड़ने चाहिए।
- फुलझड़ी जैसे पटाये को शरीर से अलग हटाकर जलाना चाहिए।
- पटाखे चलाते समय कसे हुए सूती वस्त्र पहने।
- सुरक्षा के लिए जूता चश्मा पहने।
- पटाखे चलाते समय बूढ़े लोगो, बच्चों और महिलाओं का ध्यान रखें।
- यदि दुर्घटनावश आप जल जायें तो जले हुए स्थान पर तब ठंडा पानी डालते रहिए जब तक दर्द कम नहीं हो जाये और डॉक्टर को दिखाये।
- जरूरत पड़ने पर स्थानीय फायर ब्रिगेड की सहायता लें|
क्या न करें:—-पटाखा चलाने में सावधानियाँ
- किसी व्यस्क व्यक्ति को अनुपस्थिति में बच्चों को कभी पटाखे नहीं जलाने दें।
- मकान के बिल्कुल सटकर पटाखे नहीं जलायें।
- फर्श पर या पटाखे के समीप जलते तेल के दीये, अगरबती या मोमबत्ती कभी नहीं छोड़े।
- मकान में या मकान के आस-पास कबाड़ या कोई अन्य ज्वलनशील वस्तु जमा नहीं करें।
- घर के अन्दर कभी भी पटाखा नहीं चलाने दें।
- जल रहे पटाखों के बीच कभी भी हाथ में फ्लावर पॉट्स एटम बम लड़ी आदि नहीं रखें।
- खतरनाक और तेज आवाज करने वाले पटाखे के पास कभी भी बच्चों को नहीं जाने दें।
- पटाखे की दुकान के पास पटाखें कभी नहीं जलायें। खुले स्थानों पर अंधाधुंध जले हुए पटाखे नहीं फेंके।
- अधजले पटाखों को दुबारा नहीं जलायें या उन्हें सही करने का प्रयास न करें।
- चंद डिब्दों में कभी भी पटाखे नहीं जलायें।
- संकरी जगह पर रॉकेट नहीं चलायें।
(आतिशबाजी / पटाखे की दुकान संचालन हेतु सावधानियाँ)
- पटाखे की दुकान संचालन हेतु सक्षम प्राधिकार से विधिवत अनुज्ञा प्राप्त कर लें।
- पटाखे की दुकान बनाने में ज्वलनशील सामग्री का उपयोग नहीं करें।
- पटाखे की दुकानों के बीच सुरक्षित दूरी बना कर रखें।
- केवल प्राधिकृत गुणवत्ता वाले पटाखे ही रखें।
- दुकान में क्षतिग्रस्त या खुले हुए बिजली के तार नहीं लगाए। पटाखे की दुकान के समीप बिजली के बल्बों और पटाखों के बीच सुरक्षित दूरी रखें।
- दुकान में मोमबती लाईटर दियासलाई नहीं जलायें।
- दुकान के अन्दर धूम्रपान नहीं करें।
- दुकान के समीप किसी को भी पटाखे नहीं जलाने दें।
- स्थानीय फायर ब्रिगेड द्वारा की गई सिफारिश के अनुरूप पानी की बाल्टी, रेत और अग्निशामक यंत्र तैयार रखें।