नया मतदाता सुची जारी- इसमें नाम है तभी दे पाएंगे वोट

By: arcarrierpoint

On: Wednesday, October 1, 2025 5:57 PM

नया मतदाता सुची जारी- इसमें नाम है तभी दे पाएंगे वोट
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नया मतदाता सुची जारी- निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को बिहार को स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) की फाइनल लिस्ट जारी कर दी। 69,30,817 वोटर के नाम काटे गए। अंतिम प्रकाशन से पहले 21,53,343 नए वोटर जोड़े भी गए। बिहार में अब कुल वोटर 7.42 करोड़ हो गए हैं। एसआईआर से पहले जून में बिहार में 7.89 करोड़ वोटर थे। यानी 47.77 लाख (6%) वोटर कम हुए हैं। सभी जिलों में मतदाता कम हुए हैं। सबसे ज्यादा मोतिहारी में 2.6 लाख वोटर घटे हैं। सबसे कम खगड़िया में 52913 घंटे हैं। पटना में 2.31 लाख वोटर सूची से चाहर हुए हैं। सूची में 3,92,07,804 पुरुष, 3,49,82,828 महिला और 1,725 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

एसआईआर के सफल समापन पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार के मतदाताओं का धन्यवाद दिया। उन्होंने सभी बीएलओ, इंआरओ, एईआरओ, डीईओ व बिहार के सीईओ के साथ-साथ सभी राजनीतिक दलों के बीएलए, जिला अध्यक्ष, राज्य अध्यक्ष व राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी धन्यवाद किया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रिंट, टीवी और वेब मीडिया का भी धन्यवाद किया। जिन्होंने 22 वर्षों के अंतराल के बाद बिहार में एसआईआर अभ्यास को सफल बनाने में योगदान दिया। वोटर यहां जांच सकते हैं निर्वाचन आयोग के अनुसार वोटर अपने नाम की जांच वेबसाइट voters.eci.gov.in पर कर सकते हैं।

मंगलवार को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में सबसे ज्यादा नाम मोतिहारी में कटे हैं। यहां 2,61,374 वोटर हटे। सबसे कम खगड़िया में 52,913 नाम कटे। निर्वाचन विभाग के अनुसार, 25 जून को एसआईआर शुरू होने से पहले मोतिहारी जिले में 36,89.848 वोटर थे। 30 सितंबर को प्रकाशित सूची में घटकर 34,28,474 रह गए। यहां कुल 2,61,374 नाम हटे। पटना जिले में एसआईआर से पहले 50,47,194 वोटर थे। अब घटकर 48,15,294 हो गए। यानी 2,31,900 नाम हटे। खगड़िया जिले में एसआईआर से पहले 12,15,532 वोटर थे। अब 11,62,619 रह गए। यहां 52,913 वोटर हटे।

अगर असंतुष्ट हैं तो… यदि कोई व्यक्ति नाम हटाए जाने के निर्णय से असंतुष्ट हैं, तो प्रथम अपील जिले के डीएम और दूसरी अपील बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पास की जा सकती है।

चुनाव में 14,01,150 मतदाता पहली बार बोट देंगे। अधिक दिव्यांगता वाले मतदाता भी पोस्टल बैलेट से वोट कर सकेंगे।

85 साल से अधिक उम्र के 4,03,985 बुजुर्ग मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से वोट डालने का भी विकल्प दिया जाएगा।

नाम नहीं होने पर आवेदन (फॉर्म-6) देकर नाम जोड़ा जा सकता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन संभव हैं

उम्मीदवारों के नामांकन की अंतिम तारीख से 10 दिन पहले तक आवेदन दिए जा सकते हैं। दस्तावेज के रूप में अब आधार भी विकल्प है।

गड़बड़ी मिली तो कोर्ट में मामला रखेंगेः राजद नाम कटे वोटरों की हमारे बीएलए पहचान करेंगे। अगर हमारे लोगों का नाम नहीं मिला तो कोर्ट की अगली सुनवाई में पूरे मामले को रखा जाएगा। राजद कोर्ट में वोटरों के अधिकार का मुद्दा लड़ेगी।

यह छलावा, लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेंगेः कांग्रेस हम वोटरों के हक की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेंगे। जितने बोटरों के नाम जुड़े नहीं, उससे बहुत ज्यादा हटे। यह गंभीर चिंता की बात है। यह वह प्रक्रिया रही, जिसकी न तो आम लोगों ने और न ही राजनीतिक दलों ने मांग की थी।

पटना। बिहार आने से पहले भारत के वरीय उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने मंगलवार को बिहार के सभी 38 जिलों के डीएम, एसएसपी और एसपी के साथ ऑनलाइन जुड़े। इस दौरान डीएम और एसएसपी को अपने-अपने जिले में चुनाव को लेकर अबतक की जाने वाली तैयारियों की जानकारी दी। इसमें चुनाव कर्मियों की सूची, प्रशिक्षण, ईवीएम, सुरक्षा, वाहन और सामग्री की उपलब्धता, वोटर लिस्ट, वोटर जागरूकता आदि शामिल रहा।

भारत के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के द्वारा बुधवार को बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, आयकर विभाग के अधिकारियों और पुलिस नोडल पदाधिकारी के अन्य इन्फोर्समेंट एजेंसियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा की जाएगी। ताकि, चुनाव की घोषणा होने के साथ 72 घंटे के अंदर पूरी तरह आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित कराया जा सके। 4-5 अक्टूबर को पटना आएगी टीम…. भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार 4 और 5 अक्टूबर को बिहार में रहेंगे। इस दौरान बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों की पटना में समीक्षा करेंगे। इसके अलावा अन्य जिलों का भी भ्रमण कर सकते हैं। यह जानकारी भारत निर्वाचन आयोग के सहायक निदेशक अपूर्व कुमार सिंह ने दी है।

एसआईआर से पहले 25 जून तक 7,89,69,844 वोटर थे। 1 अगस्त की प्रारूप सूची में 65,64,075 वोटर हटे। इनमें 22,34,136 मृत, 6,85,000 दोहरी प्रविष्टि और 36,44,939 प्रवासी मतदाता थे। कुल 7,24,05,756 वोटर बचे।
इसके बाद 1 अगस्त से 1 सितंबर तक प्रारूप सूची में प्रकाशित डेटा पर मांगी गई दावा-आपत्ति के दौरान 3,66,742 वोटरों को सूची से फिर हटाया गया। हालांकि, इसी दौरान 21,53,343 मतदाताओं के नाम भी जोड़े गए।

  1. NVSP वेबसाइट पर जाएं:
    • आधिकारिक वेबसाइट खोलें: https://www.nvsp.in
  2. सर्च ऑप्शन चुनें:
    • “Search in Electoral Roll” पर क्लिक करें।
  3. विवरण भरें:
    • अपना नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, लिंग, राज्य और जिला भरें।
    • या फिर EPIC नंबर (Voter ID Number) डालकर सीधे खोजें।
  4. नतीजा देखें:
    • अगर आपका नाम सूची में है तो पूरा विवरण सामने आ जाएगा।
  • गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से Voter Helpline App डाउनलोड करें।
  • ऐप खोलकर “Search in Electoral Roll” पर क्लिक करें।
  • नाम या EPIC नंबर डालकर अपना विवरण देखें।

गाँवों में मतदाता सूची अक्सर स्कूल या पंचायत भवन में चिपकाई जाती है।अपने मतदान केंद्र (Booth Level Officer) या पंचायत भवन/वार्ड ऑफिस में जाकर सूची देखें।

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