मैट्रिक इंटर परीक्षा में इस साल फेल छात्र भी होगें पास – सबको मिलेगा ग्रेस अंक:-इंटरमीडिएट रिजल्ट से पहले बिहार बोर्ड ने जरूरतमंद परीक्षार्थियों को ग्रेस अंक देने की नियमावली तय कर दी है। इस बार अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस अंक दिए जाएंगे। हालांकि भाषा विषय में फेल होने पर कोई ग्रेस नहीं मिलेगा।
इंटरमीडिएट में अधिकतम 10 फीसदी का ग्रेस मिलेगा
अधिकतम 10 फीसदी ग्रेस देने का फैसला बोर्ड ने पहली बार किया है। इससे पहले बोर्ड एक विषय में अधिकतम 8 फीसदी और दो विषय में 4-4 फीसदी तक ग्रेस देता था। बोर्ड की ओर से जारी नियमावली के अनुसार किसी छात्र का कुल प्राप्तांक 75 फीसदी है, लेकिन वो किसी एक विषय में फेल हो गया है तो उस छात्र को पास कराने के लिए बोर्ड अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस अंक देगा। बशर्ते कि छात्र ने कोई और लाभ ना लिया हो।
बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि
यह नियमावली नियमित छात्रों पर ही लागू होगा। पूर्ववर्ती छात्रों को इस नियम का फायदा नहीं मिलेगा। बोर्ड की मानें तो छात्र को भाषा विषय में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। भाषा विषय में किसी तरह के ग्रेस अंक नहीं दिये जायेंगे। बोर्ड के अनुसार सैद्धांतिक वाले विषय में उत्तीर्ण के लिए 30 अंक लाना अनिवार्य है।
बिहार बोर्ड
- रिजल्ट से पहले जरूरतमंद छात्रों के लिए बोर्ड ने नियमावली तय की
- फायदा उन्हीं को मिलेगा, जिनका प्राप्तांक 75 फीसदी या ज्यादा हो
परीक्षा में नौ बजे तक ही प्रवेश, जूता-मोजा पर रोक
इंटर और मैट्रिक की परीक्षा में नौ बजे तक ही केन्द्र पर परीक्षार्थियों को प्रवेश मिलेगा। इन दोनों परीक्षाओं में जूता-मोजा पहनकर आने पर पाबंदी रहेगी।
इंटर-मैट्रिक परीक्षा : मुख्य सचिव व बोर्ड अध्यक्ष ने की समीक्षा
एक फरवरी से शुरू इंटर परीक्षा को लेकर शुक्रवार को वीसी के जरिए अधिकारियों को ये निर्देश दिये गये। मुख्य सचिव और बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि परीक्षा से आधे घंटे पहले केन्द्राधीक्षक वीक्षकों की ड्यूटी लगा देंगे।
101 फरवरी से 74 केंद्रों पर शुरू होगी इंटर की परीक्षा
चहारदीवारी से कूदने और जबर्दस्ती प्रवेश पर परीक्षार्थियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। अगर किसी परीक्षार्थी की कॉपी पर नाखून का इस्तेमाल हुआ तो उनकी वह परीक्षा रद्द कर दी जाएगी।
एक बेंच पर अधिकतम दो परीक्षार्थी ही बैठेंगे
विभाग ने निर्देश दिया है कि एक बेंच पर अधिकतम दो परीक्षार्थी ही बैठेंगे। 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक की ड्यूटी लगाई जानी है। अपर सचिव ने निर्देश दिया है कि पहली पाली के लिए नौ बजे तक और दूसरी पाली के लिए 1.30 बजे तक ही परीक्षार्थियों को प्रवेश मिलेगा। इसके बाद आने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया तो केन्द्राधीक्षक व अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
केन्द्राधीक्षकों से 24 घंटे में मांगा चहारदीवारी का प्रमाणपत्र
वीसी में अधिकारियों का निर्देश दिया गया कि इंटर और मैट्रिक परीक्षा के सभी केन्द्राधीक्षक 24 घंटे के भीतर चहारदीवारी से संबंधित प्रमाणपत्र सौंप दें। परीक्षा केन्द्र भवन के चारों ओर दीवार के अतिरिक्त चहारदीवारी होने अथवा नहीं होने का प्रमाणपत्र उपलब्ध कराना है।
इंटर परीक्षा आंकड़ों में
- कुल परीक्षार्थी: 57,613
- कुल छात्रः 27,016
- कुल छात्रा: 30,597
- कुल केन्द्रः 74
- छात्रों के केन्द्र : 26
- छात्राओं के केन्द्र : 48
- आधा घंटा पहले वीक्षक ड्यूटी पर हो जाएंगे तैनात
- कॉपी पर नाखून के इस्तेमाल पर परीक्षा हो जाएगी रद्द
दो स्तर पर की जाएगी परीक्षा केन्द्रों पर जांच
सभी केन्द्रों पर परीक्षार्थियों की जांच दो स्तर पर की जाएगी। पहले स्तर पर मुख्य गेट पर तलाशी ली जाएगी। इसके बाद परीक्ष हॉल में प्रवेश से पहले सघन जांच की जाएगी। महिला परीक्षार्थियों के लिए निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर महिला केन्द्राधीक्षक एवं महिला वीक्षकों को लगाया जाना है। पुरुष वीक्षक सुरक्षित के तौर पर ड्यूटी में रहेंगे। महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती अनिवार्य रूप से करनी है।
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