मैट्रिक इंटर परीक्षा में बनना चाहते हैं, टॉपर तो आज से करें:–हेल्लो दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहे हैं किसी भी परीक्षा में टॉपर बनने का राज तो आज का आर्टिकल पूरे ध्यान से पढ़ें इसमें बताने जा रहा है कि टॉपर कैसे बनते हैं
विद्यार्थी अपने नियमित दिनचर्या का पालन करें। देर रात तक जागकर पढ़ाई करने की न तो कोई जरूरत है और न ही उसका कोई विशेष फायदा ही होने वाला है। हर विषय पर ध्यान दें। आप जितना समय पढ़ने बैठें, पूरी एकाग्रता (कॉन्सनट्रेशन) बनाये रखें। टाइम मैनेजमेंट बहुत महत्त्वपूर्ण है। बच्चों को स्वाध्याय पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हाँ, अगर कोई संदेह हो तो अपने स्कूल के शिक्षक से पूछ कर उसे दूर कर लें। विद्यार्थी पिछले दस सालों के पेपर्स का बारीकी से अध्ययन करें। बहुत से प्रश्न तो इनमें से ही आते हैं।
मैट्रिक इंटर परीक्षा टॉप बनने के लिए इस पोस्ट में क्या-क्या है पोस्ट का हेडलाइंस
- किन बातों का रखें ख्याल
- आराम भी जरूरी है
- सिर्फ परीक्षा में अंक प्राप्ति के लिए न पढ़ें
- एकाग्रता और निरंतरता
- दिनचर्या को न बदलें
- योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई
- कोर्स का डिवाइडेशन
- घंटे महत्त्वपूर्ण नहीं हैं
- नोट्स तैयार करना
- अध्ययन के साथ-साथ लिखना भी जरूरी
- सभी विषयों की करें तैयारी
मैट्रिक इंटर परीक्षा-किन बातों का रखें ख्याल
- पढ़ाई के दौरान न तो बार-बार पढ़ने से उठें और न ही फोन पर बातें करें।
- बहुत कम बचे हुए दिनों में सभी विषयों को बराबर समय दें। अन्यथा पढ़े हुए विषय याद नहीं रहेंगे।
- परीक्षा को सामान्य रूप से लें। इस बात को मन से निकाल दें कि यह विषय मुश्किल है या यह विषय आसान है।
- पूछे गये प्रश्न आपकी किताब के अन्दर से ही आयेगा और खुद से यह बार-बार कहें ।
आराम भी जरूरी है मैट्रिक इंटर परीक्षा
परीक्षा के दिनों में भी शरीर व दिमाग को आराम देना जरूरी है, पूरी नींद सोना जरूरी हो जाता है।
सिर्फ परीक्षा में अंक प्राप्ति के लिए न पढ़ें मैट्रिक इंटर परीक्षा
यूँ तो परीक्षा में सफलता-असफलता के पीछे विभिन्न विषयों में प्राप्त अंक ही होते हैं, लेकिन सिर्फ परीक्षा में ज्यादा-से-ज्यादा अंक – प्राप्ति के मद्देनजर की गई पढ़ाई हमेशा कामयाबी की गारंटी नहीं दे सकती। लिहाजा सिर्फ नम्बर लाने के लिए पढ़ाई न करें।
एकाग्रता और निरंतरता
अध्ययन करते समय याद करने के लिए एकाग्रता की जरूरत होती है, दिमाग जितना एकाग्र होगा, उतना ही पढ़े गये विषय को समझने में आसानी होगी। योगासन और प्राणायाम इस दिशा में विद्यार्थियों के लिए लाभदायक होते हैं।
दिनचर्या को न बदलें
किसी भी परीक्षा में सफलता एक दिन की मेहनत से संभव नहीं है। चाहे क्यों न आप 24 घंटे पढ़ते रहें। बल्कि सफलता के लिए एक निश्चित कार्य योजना जरूरी है, जिसका विद्यार्थियों को शुरू से ही नियमित रूप से पालन करना चाहिए। कई विद्यार्थी चिन्ता व असफलता के डर से परीक्षा के दिनों में खाना-पीना, खेलना, छोड़कर परीक्षा की तैयारी में जुट जाते हैं और कई शारीरिक-मानसिक समस्याओं को न्यौता दे देते हैं।
योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई
परीक्षा में सफलता के लिए योजनाबद्ध तरीके से अध्ययन करना जरूरी है। विषयवार समय बाँटकर नित्य अध्ययन करना अधिक लाभदायक होता है।
कोर्स का डिवाइडेशन
अच्छी सफलता के लिए कोर्स को तीन स्तरों में बाँटकर पढ़ाई करना चाहिए।
घंटे महत्त्वपूर्ण नहीं हैं
परीक्षा में अच्छी सफलता के लिए दिन-रात पढ़ते रहना जरूरी नहीं है। पढ़ाई के लिए घंटे उतने अहम् नहीं होते जितना एकाग्रता और लक्ष्य को पाने की धुन । लिहाजा भले ही कम पढे, लेकिन नियमित, ईमानदारी और एकाग्रता से पढ़ें।
नोट्स तैयार करना
अहम सवालों की लिस्ट बनाकर उनके नोट्स तैयार किये जाने चाहिए और उन्हें समझ कर याद करना परीक्षा में सफलता की कुंजी होती है।
अध्ययन के साथ-साथ लिखना भी जरूरी
- परीक्षा में विद्यार्थी को समय सीमा में प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। इसके लिए लेखन का अभ्यास जरूरी है। ज्यादातर विद्यार्थी लिखने में कतराते हैं। यदि लेखन का अभ्यास निरंतर किया जाए तो परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर देने में कठिनाई नहीं होती है।
सभी विषयों की करें तैयारी
- विद्यार्थी को शुरूआत से ही सभी विषय तैयार करना चाहिए। आमतौर पर देखा जाता है कि छात्र सभी विषयों पर ध्यान