टॉप 1% लोगों के पास है 41% सम्पत्ति – ये खबर आपको अमीरों की सिक्रेट बताएगा

By: arcarrierpoint

On: Wednesday, November 5, 2025 5:19 PM

टॉप 1% लोगों के पास है 41% सम्पत्ति - ये खबर आपको अमीरों की सिक्रेट बताएगा
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टॉप 1% लोगों के पास है 41% सम्पत्ति – ये खबर आपको अमीरों की सिक्रेट बताएगा:-भारत में आर्थिक असमानता लगातार बढ़ रही है। G20 Inequality रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि भारत में टॉप 1% लोगों के पास देश की 41% संपत्ति है। वहीं पिछले 23 सालों में सबसे अमीर 1 प्रतिशत लोगों की दौलत में 62% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

दूसरी ओर गरीब और मध्य वर्ग की आय में बहुत कम वृद्धि देखने को मिली है। यह रिपोर्ट केवल आंकड़े नहीं बताती, बल्कि एक सच उजागर करती है —
दौलत मेहनत से नहीं, वित्तीय समझ और स्ट्रैटेजी से बढ़ती है।

  • तो आखिर अमीर लोग कैसे अमीर बनते जा रहे हैं?
  • हम क्या सीख सकते हैं?
  • इस लेख में हम इसी पर बात करेंगे।

भारत के सबसे अमीर एक प्रतिशत लोगों की संपत्ति 62 प्रतिशत बढ़ी है. दक्षिण अफ्रीका की जी-20 अध्यक्षता में जारी रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आयी. नोबेल पुरस्कार विजेता जोसेफ स्टिग्लिज के नेतृत्व में तैयार रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि विश्व में आर्थिक असमानता अब संकट की स्थिति में पहुंच गयी है.

जी-20 की दक्षिण अफ्रीकी अध्यक्षता के तहत जारी इस अध्ययन में कहा गया है कि 2000 से 2023 के बीच भारत के सबसे अमीर 1% लोगों – की संपत्ति में 62% की बढ़ोतरी हुई है. यह प्रवृत्ति सिर्फ भारत तक सीमित नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी शीर्ष वर्ग का हिस्सा बढ़ा है.

जी-20 की असमानता पर बनी स्वतंत्र समिति, जिसमें अर्थशास्त्री जयति घोष, विनी बयानीमा और इमरान वालोदिया शामिल हैं, ने पाया कि 2000 से 2024 के बीच दुनिया के सबसे अमीर 1% लोगों ने नयी संपत्ति का 41% हिस्सा अपने नाम किया. वहीं, दुनिया की निचली आधी आबादी को केवल 1% संपत्ति ही मिली.

रिपोर्ट के मुताबिक, असमानता वाले देशों में लोकतांत्रिक पतन की संभावना सात गुना अधिक है. 2020 के बाद से वैश्विक गरीबी में गिरावट लगभग थम गयी है. 2.3 अरब लोग खाद्य असुरक्षा से जूझ रहे हैं.

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत और चीन में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि ने वैश्विक असमानता को कुछ हद तक संतुलित किया है. इन देशों में आय बढ़ने से वैश्विक जीडीपी में विकसित देशों की हिस्सेदारी घटी है, लेकिन यह राहत अस्थायी साबित हो रही है, क्योंकि देशों के भीतर असमानता बढ़ती जा रही है.

  • 07 गुना अधिक उच्च असमानता वाले देशों में लोकतंत्र के गिरने की संभावना
  • 2.3 अरब लोग खाद्य असुरक्षा से जूझ रहे
  • 1.3 अरब लोग स्वास्थ्य खर्च के कारण गरीबी में धकेले गये

अमीरों का ध्यान स्किल डेवलपमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और ग्लोबल अवसरों पर होता है।
गरीब अभी भी परंपरागत नौकरियों और डिग्री पर निर्भर हैं।

  • अमीर पैसा एसेट्स में लगाते हैं, जैसे:
    • शेयर मार्केट
    • बिजनेस
    • रियल एस्टेट
    • स्टार्टअप्स
  • गरीब और मिडिल क्लास खर्च बढ़ाते हैं, निवेश कम करते हैं।

अमीरों का सिद्धांत:-
Income → Invest → Spend
गरीबों का तरीका:-
Income → Spend → बचा हुआ तो Invest

अमीर लोग बिजनेस नेटवर्क, मेंटर्स और मार्केट एक्सपोज़र से नए अवसर बनाते हैं।

भारत में वित्तीय शिक्षा अभी भी बहुत कम है।
अमीर लोग कंपाउंडिंग, टैक्स प्लानिंग, अस्सेट बिल्डिंग समझते हैं।

  • Salary पर निर्भरता
  • EMI और खर्चों का बोझ
  • गलत वित्तीय निर्णय
  • जोखिम लेने से डर
  • बचत ज्यादा, निवेश कम

याद रखिए:-
पैसा बैंक में नहीं, निवेश में बढ़ता है।

अमीरों की आदतपरिणाम
Multiple Income SourcesRisk कम, Wealth तेजी से बढ़ती है
Assets खरीदनाPassive Income
Compound GrowthLong-term Wealth
Financial Educationबेहतर फैसले
Time को पैसे से ज्यादा महत्वProductivity & Growth
Networking & SkillsOpportunities

G20 रिपोर्ट ने साफ बता दिया है कि अमीर और अमीर होते जा रहे हैं, और गरीब वहीं के वहीं।
लेकिन यह सिर्फ आलोचना का विषय नहीं है —
यह एक सीख और चेतावनी भी है।

अगर आप स्मार्ट तरीके से कमाना और निवेश करना शुरू कर दें,
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