मैट्रिक इंटर परीक्षा अब कुछ दिन में शुरू होने वाला है बच्चे हुए समय में ऐसे करें तैयारी
BSEB UPDATE

मैट्रिक इंटर परीक्षा अब कुछ दिन में शुरू होने वाला है बच्चे हुए समय में ऐसे करें तैयारी

मैट्रिक इंटर परीक्षा अब कुछ दिन में शुरू होने वाला है बच्चे हुए समय में ऐसे करें तैयारी:-अगले महीने से बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाले हैं. 10वीं और 12वीं की परीक्षा हर बच्चे के सुनहरे भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है. पर, परीक्षा एक ऐसा शब्द है, जिसे सुनते ही अधिकतर बच्चे घबरा जाते हैं, तनाव और चिंता से घिर जाते हैं.

ऐसी स्थिति तब ही आती है, जब सही तरीके से पढ़ाई नहीं हुई हो. परीक्षा को लेकर बच्चे तनाव में न आएं और इस दौरान पैरेंट्स की क्या भूमिका हो, इसपर प्रभात खबर ने सोमवार को शिक्षा से जुड़े कई एक्सपर्ट से राय लिया. एक्सपर्ट ने बताया कि परीक्षा की तारीख पास आते ही स्टूडेंट्स अक्सर तनाव का शिकार होने लगते हैं.

जैसे-जैसे परीक्षा नजदीक आती है, वह अच्छे रिजल्ट और कोर्स कंप्लीट करने की वजह से चिंता से घिरने लगते हैं. परिवार और शिक्षकों की उम्मीदें भी कई बार बच्चों में तनाव का कारण बन जाती है. ऐसे में अगर आप परीक्षा के तनाव से जूझ रहे हैं, तो परीक्षा की तैयारी करने से पहले एक टाइम टेबल जरूर बनाएं, टाइम टेबल को फॉलो करने से आप आराम से अपनी रिवाइज कर पायेंगे और अच्छे से एग्जाम भी दे पायेंगे.

10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए फरवरी और मार्च का महीना काफी महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि इस परीक्षा को पास करने के बाद से ही करियर को नयी दिशा मिलने लगती है. एक से 15 फरवरी तक होने वाली बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा में इस वर्ष लगभग 12 लाख 85 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे.

इसके बाद 17 से 25 फरवरी तक बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा आयोजित होंगी, इसमें 15 लाख 85 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसी बीच सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड की भी परीक्षाएं होंगी. ऐसे में एग्जाम काउंटडाउन के साथ परीक्षार्थी अब कम समय में किस तरह से परीक्षा की तैयारी करें, कैसी रणनीति बनाएं, आइए जानते हैं.

  • सभी विषयों के लिए टाइम मैनेजमेंट के साथ रणनीति बनाकर पढ़ें
  • न्यू सैंपल पेपर के लेटेस्ट क्वेश्चन पैटर्न को समझें.
  • एनसीइआरटी की किताब को अच्छे से पढ़ें और सवालों को हल करें.
  • खुद से देखें कि किस चैप्टर से या कौन सा क्वेश्चन बार-बार पूछा जा रहा है.
  • महत्वपूर्ण क्वेश्चन का कॉन्सेप्ट डेवलप करें.
  • रट्टा न मारें, जो भी पढ़ें, उसे सही तरह से समझें, उसे अपनी भाषा में लिखें.
  • लिख कर प्रैक्टिस करें और र एक रूटीन बनाएं- स्मार्ट तरीके से रिवीजन करें जिसे आप अलग अलग राउंड में विभाजित करें
  • 12.90 लाख परीक्षार्थी एक से 15 फरवरी तक देंगे बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा
  • 15.85 लाख स्टूडेंट्स 17 से 25 फरवरी तक देंगे बिहार बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा
  • 15 फरवरी से शुरू हो जायेगी सीबीएसइ बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा इंटरमीडिएट की एक-15 फरवरी और मैट्रिक की 17-25 फरवरी तक होगी परीक्षा

परीक्षा के दौरान जंक या फास्ट फूड से दूरी बनाएं, गर्म खाना खाएं. दूध और सलाद का सेवन जरूर करें. पढ़ाई के शेड्यूल को फॉलो करते हुए रोजाना 8-10 घंटे की पढ़ाई करें. मॉडल पेपर सॉल्व करें. परीक्षा में कितने अंक आयेंगे, इसकी टेंशन लेने की जगह जितना समय है उसमें आप कितनी तैयारी कर सकते हैं, इस पर फोकस करें.

नोट्रेडम एकेडमी की शिक्षिका आभा चौधरी ने बताया कि अब कुछ नया पढ़ने का समय खत्म हो गया है. जो आप पढ़ रहे हैं, उसपर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करें. एनसीइआरटी की किताबें हर विषय को पढ़ें, टाइम मैनेजमेंट का ख्याल रखें.

कई बार आपको चीजें याद नहीं रहती हैं, खासकर डेटा या तारीख, ऐसे में आप उन सवालों को पढ़कर रिकॉर्ड कर ले और बार-बार सुनें इससे भी याद करने में आसानी होती है. परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया और मोबाइल से पूरी तरह से दूरी बना लें. अभिभावक घर का माहौल खुशनुमा रखें और बच्चों पर अंकों का एक्स्ट्रा प्रेशर न बनाएं.

जमुनी लाल कॉलेज, हाजीपुर (वैशाली) के गणित विभाग के सहायक प्राध्यापक शिक्षक डॉ अरुण दयाल कहते हैं- हर बोर्ड सैंपल पेपर जारी करता है. सैंपल पेपर को जरूर देखें. सैंपल पेपर को हल करेंगे, तो प्रश्नों को हल करने की गति भी विकसित होगी.

परीक्षा के दौरान टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें. कठिन विषयों व टॉपिक्स को अपने शिक्षक से मिलकर समझे. समय प्रबंधन पर ध्यान देते हुए सिलेबस की पढ़ाई पूरी करें. स्टेप वाइज सवालों का जवाब दें. फॉर्मूला को जरूर रिवाइज करते रहे, बीच-बीच में ब्रेक जरूर लें. नोट्स बनाकर मॉडल पेपर सॉल्व करें.

आइजीआइएमएस की क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट प्रिया कुमार कहती हैं, आप शुरू से एग्जाम में पास होते आये हैं, एग्जाम में बोर्ड जुड़ जाने से डरना नहीं है. जरूरत है खुद में आत्मविश्वास बनाये रखने की और हर विषय पर बराबर ध्यान देने की. पैरेंट्स को भी अपने बच्चों पर विश्वास रखना होगा. उनके दोस्तों की तैयारी से तुलना कर प्रेशर देने के बजाय उन्हें मोटिवेट करना होगा. सभी अपने तरीके से पढ़ाई करते हैं. बस स्ट्रेस न लें और पढ़ाई करें. रिजल्ट की टेंशन न लें. एग्जाम से पहले प्रॉपर नींद लें. खान-पान भी खास ख्याल रखें.

क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट प्रिया कुमार कहती हैं, बच्चा दबाव में तब आता है, जब माता पिता अपनी चिंता अत्यधिक जाहिर करते हैं, वो भी नकारात्मक तरीके से. उन पर दबाव बनाने के बजाए माता पिता को बच्चे को परीक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए. साथ ही बच्चे के छोटे-छोटे प्रयासों और उपलब्धियों की सराहना करें, परीक्षा को जीवन-मरण का प्रश्न बनाने की बजाय इसे एक सीखने का अवसर मानें. उन्हें कठिन विषयों को अधिक समय देने को कहें और पिछले साल के प्रश्न पत्र और महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर ध्यान देने को कहें.

  • मोबाइल फोन और सोशल मीडिया से दूरी बनाएं
  • प्रॉपर नीद लें और खान- पान पर भी ध्यान रखें
  • इस बात पर फोकस करें की यह परीक्षा आपके आने वाले भविष्य को तय करेगा
  • टाइम मैनेजमेंट के साथ प्रॉपर टाइम टेबल सेट करें
  • नोट्स बनाएं, खुद को मोटिवेट करने के साथ-साथ सकारात्मक सोच रखें.
  • सवालों के जवाब रिकॉर्ड कर बार-बार र सुनें, इससे आपको जल्दी याद होगा
  • बच्चों को सकारात्मक माहौल दें.
  • परीक्षा के अंक को लेकर प्रेशर न बनाएं
  • कोशिश करें की समय व्यतीत कर उनकी परेशानी को समझें
  • एग्जाम सेंटर की
  • दूरी अनुसार सेंटर जाने को लेकर प्रॉपर प्लानिंग पहले से करें
WhatsApp Group JoinCLICK HERE
TELEGRAMjoin
YOUTUBESUBSCRIBE

मैट्रिक इंटर पास के लिए सरकारी नौकरी | सरकारी नौकरी के लिए जल्दी करें आवेदन –

BSEB Update

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *